गीत रंगीले
धनराज जी ने अपने गांव से लेकर एक मारवाड़ी का जिक्र किया है और साथ ही साथ औरत के प......more
धनराज जी ने अपने गांव से लेकर एक मारवाड़ी का जिक्र किया है और साथ ही साथ औरत के प्यारे मिज़ाज़ को दर्शाया है तो इसमें कही प्रेम है, कही जीवन की सच्चाई है।

Episode 1
गांव गली चोबारा
5 m
एक पेट की खातिर आदमी को यहाँ नहीं करना पड़ता और उन्ही भावों को यहाँ पिरोया गया है, सुनिए एक आँखें नाम कर देने वाला गीत।

Episode 2
जठे नी पूगे गाड़ी बठ पूगे मारवाड़ी
4 m
मारवाड़ी आदमी बड़ी हिम्मत वाले होते हैं और उसको यहाँ हास्य के माध्यम से दर्शाया गया है।

Episode 3
गांव में कोई मीन ना मेख
4 m
गांव में जो अपनापन और प्यार मिलता है वो इन शहरों के सामने फीका है तो यहाँ धनराज जी से सुनिए अपने गांव के उपर लिखा एक प्यारा गीत।

Episode 4
मिज़ाजण
6 m
लुगाई अपने मोट्यार तं बात-बात पे नाराज हो जाती है जिसके पीछे उसके बहुत प्यार छुपा होता है, तो धनराज जी यहाँ मोट्यार की भावनाएं प्रदर्शित कर रहे हैं।

Episode 5
सोने जिस्यो सरूप
5 m
अगर आपको अपनी प्रेमिका की तारीफ के लिए शब्द काम पड़ गए हो तो ये सुनिए धनराज जी द्वारा प्रेम और श्रृंगार रास पे लिखा एक प्यारा गीत।